सार
जम्मू कश्मीर के रियासी इलाके में आतंकियों ने तीर्थयात्रियों से भरी बस पर हमला कर दिया। आतंकी हमले दस लोगों की मौत हो गयी जबकि 33 लोग घायल हो गए।
जम्मू कश्मीर के रियासी में हुए आतंकी हमले में करीब 10 तीर्थयात्रियों को अपनी जान गंवानी पड़ी है। छह से सात आतंकियों ने तीर्थयात्रियों से भरी बस पर फायरिंग कर दी। गोलीबारी के कारण लहराती हुई बस खाई में जा गिरी। इस घटना में 10 तीर्थयात्रियों की मौत का मामला सामने आया है। आतंकी हमले की एनआईए जांच के आदेश जारी हो गए हैं। वहीं, इस घटना को लेकर घायलों की बात सामने आई है। ग्रेटर नोएडा के रहने वाले बंटी को भी इस आतंकी हमले का शिकार होना पड़ा है। उसकी पीठ में गोली लगी है। उसका इलाज रियासी जिला अस्पताल में किया गया।
प्राथमिक उपचार के दौरान बंटी ने बताया कि वह अपनी दो पड़ोसी मीरा और लक्ष्मी के साथ बाबा भोलेनाथ का दर्शन करने शिवखोड़ी गए थे। वहां से लौटते समय आतंकी हमला हो गया। आतंकी हमले को याद करते हुए बंटी ने बताया कि अंधाधुंध फायरिंग हो रही थी। फायरिंग के बीच बस सड़क से नीचे खाई की तरफ गिर गई। बस के खाई में गिरने के बाद भी आतंकी फायरिंग करते रहे। यात्रियों की चीख पुकार के बीच बंटी को मीरा और लक्ष्मी की चिंता सताने लगी। बंटी ने जैसे ही उन्हें ढूंढ़ने का प्रयास किया। इसी दरम्यान एक गोली उनकी पीठ पर लगी।
बंटी ने बताया कि पहली गोली लगने के बाद वह अलर्ट हो गया। अन्य गोली उसे लगती, इससे पहले ही उसने खाई में पेड़ की ओट ले ली। रिसासी अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद बंटी को जम्मू मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल रेफर कर दिया गया। रियासी में श्रद्धालुओं की बस पर हुए हमले में मरने वालों में एक बच्चा भी शामिल है। सुरक्षा बलों ने इलाके को घेरकर तलाशी अभियान शुरू कर दिया। इस घटना को लेकर जम्मू कश्मीर के एलजी मनोज सिन्हा का बयान आया है। उन्होंने इस घटना की निंदा करते हुए कहा कि मृत श्रद्धालुओं के स्वजन के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं। सुरक्षा बल और पुलिस के जवान आतंकियों की तलाश में जुटे हैं।