आतंकी हमले के चश्मदीद अश्वनी कुमार शर्मा ने बताया कि गांव के कुछ युवाओं ने आतंकियों को देखा था। अश्वनी भी गांव की गली में थे और तभी सामने से आए दो हथियारबंद लोगों ने हिंदी में बात करते हुए पानी पिलाने को कहा। अश्वनी ने बताया कि वो उनके हाथ में एके 47 देखकर समझ गया कि यह आतंकी है और कुछ दूरी पर चौक में खेल रहे बच्चों के बीच चिल्लाया कि आतंकी आ गए हैं। इसके बाद सब अपने घरों को ओर दौड़े। तभी आतंकियों ने गांव की गली से ही गोली चलानी शुरू की जिसमें ओमकार घायल हुए। तब तक सभी लोग अपने घरों के भीतर जा छिपे थे। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई और कुछ देर बाद एनकाउंटर शुरू हो गया।
मौके पर पहुंचे सुरक्षाबलों ने एक आतंकी को मार गिराया। अन्य आतंकियों की तलाश में ऑपरेशन चल रहा है। अलसुबह करीब तीन बजे यहां आतंकियों के साथ मुठभेड़ में एक सीआरपीएफ का जवान घायल हो गया, जिसे तुरंत इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया, लेकिन जवान को बचाया नहीं जा सका।
सुबह होते ही एक बार फिर यहां ऑपरेशन में तेजी लाई गई है। आतंकियों की तलाश के लिए ड्रोन की भी मदद ली जा रही है। एडीजीपी जम्मू मौके पर पहुंचे हुए है। वह ऑपरेशन पर करीब से निगरानी बनाए हुए हैं।
एडीजीपी जम्मू आनंद जैन ने एक आतंकी के मारे जाने की पुष्टि की है। मौके से भाग निकले एक अन्य आतंकी की तलाश में ऑपरेशन जारी है। घर में घुसे आतंकी हाल ही में घुसपैठ कर दाखिल हुए हैं।
लगभग डेढ़ माह पहले ही आतंकियों के एक दल ने बसंतगढ़ में वीडीजी सदस्य की हत्या कर दी थी। कई दिनों तक ढग्गर से लेकर बसंतगढ़ के इलाके में सर्च के बाद भी उनका कोई सुराग नहीं लगा। ऐसा माना जा रहा है कि घुसपैठ कर आए आतंकियों का यह नया दल था।