हल्द्वानी में अवैध मदरसे और धर्मस्थल ढहाने गई पुलिस व प्रशासन की टीम पर भीड़ ने हमला कर दिया। हिंसक भीड़ के हमले में छह लोगों की मौत हो गयी जबकि 300 से ज्यादा लोग घायल हो गए। उपद्रव्यों ने बनभूलपुरा थाना भी फूंक दिया। पुलिस की जीप जेसीबी दमकल की गाड़ी समेत कई दुपहिया वाहन फूंक दिए गए। आंसू गैस के गोले दागने और लाठी चार्ज के बाद भी जब हालात काबू में नहीं आए तो सबसे पहले अधिकारी जान बचाने के लिए मौके से भाग गए। पुलिस व निगम टीम जैसे तैसे वहां से निकली। प्रशासन ने उपद्रवियों को देखते ही पैर में गोली मारने के आदेश दिए। प्रशासन ने जिले में कर्फ्यू लगाते हुए इंटेरनरेट सेवाएं बंद कर दी हैं।
ऐसे हिंसक हुए लोग
पुलिस सुरक्षा में नगर निगम की टीम बृहस्पतिवार शाम करीब 4:00 बजे मलिक के बगीचे में बने अवैध मदरसे व धर्म स्थल को ढहाने के लिए पहुंची थी। जेसीबी जैसे ही अवैध धर्मस्थल की ओर बड़ी आसापास के लोग भड़क गए और पथराव कर दिया। पुलिस और निगम की टीम तीनों ओर से घिर गई।
जेसीबी तोड़ी, लगाई आग
पथराव के बीच लोगों ने जेसीबी तोड़ दी और पुलिस की जीप समेत कई वाहनों में आग लगा दी। पथराव में 150 के करीब पुलिस कर्मी घायल हो गए। पुलिस ने लाठी चार्ज भी किया। लेकिन छतों से हो रहे पथराव के बीच पुलिस कर्मियों के लिए मुश्किल हो रही थी। पुलिस अंदर ना आ पाए इसके लिए उपद्रवियों ने गलियों के आगे टायर जलाकर रास्ता रोक दिया। पुलिस उपद्रवियों से निपट ही रही थी तभी दूसरी ओर कुछ लोगों ने बनभूलपुरा थाना फूंक दिया। अफसरों के वहां से निकलने से नेतृत्वविहीन हुई पुलिस व निगम की टीम वहां से किसी तरह बचते बचाते हुए निकली।
स्कूल बंद करने के आदेश जारी
मुख्य शिक्षा अधिकारी नैनीताल ने विकास खंड ,हल्द्वानी के समस्त प्रकार के विद्यालय कक्षा 1 से 12 तक संचालित ( राज0, सहायता प्राप्त, मान्यता प्राप्त, सीबीएसई, आंगनबाड़ी केंद्र सहित) कल यानि 9 फरवरी 2024 को सुरक्षात्मक कारणों से अनिवार्य रूप से बंद रहेंगे। समस्त प्रकार के विद्यालय उपरोक्त निर्देश का कड़ाई से पालन करना सुनिश्चित करेंगे।
डीएम ने की प्रेस

हल्द्वानी हिंसा पर नैनीताल की डीएम और एसएसपी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कई अहम जानकारियां दी हैं। इस दौरान डीएम वंदना सिंह ने बताया कि 15 दिन से अतिक्रमण हटाने की ड्राइव चल रही थी। उन्होंने बताया कि इसके लिए पहले से ही सूचना दी गई थी। डीएम वंदना ने बताया कि दंगाइयों ने पेट्रोल बम का भी इस्तेमाल किया। इलाके में छतों पर पहले से ही पत्थर जमा किए गए थे।